जीवन बस एक कहानी है
जीवन बस एक कहानी है
समय को संशय की ज़रूरत नहीं
सत्य को प्रमाण की ज़रूरत नहीं
साँझ हुई थी सावेर के लिए
रात भी ठहरी थी कुछ देर के लिए
मन मेरा चंचल है
चित्त स्थिर पहरेदार है
सूक्ष्म से इस शरीर को , घेरे हज़ार दीवार है
नभ सी खुली आशाओ में सितारों से कुछ विचार है
धरती सा ह्रदय मेरा, सागर आ मन अपार है
सुख सानिध्य की तलाश में
अंतर्मन को टटोल रही
स्वेत आवरण में लिपटा, जला सारा संसार है
पग पग धुंधली हुई , कोमल सी स्याही है
निंद्रा दूर कही इठला रही, कामनाओ की बौछार है
लाल रंग में लिपटा , बेजान सा अक्ष होगा
पहचान वही है , जिस से मेरा बोध होगा
कमल सा कोमल , सुगंधित सुन्दर कीचड़ में
फूलो सा महकना ,जीवन के इस जंगल में
आत्मा को मिली काया
काया मिट्टी में मिल जानी है
पँख लगा आत्मा फिर उड़ जानी है
पाओ के छाप पड़े जब रेत पे
आती लहरो से फिर मिट जानी है
कहती हु मैं जो कहानी
कल फिर किसी और को भी सुननी है
विशाल से इस संसार में
जीवन आनी और जानी है
समर्पण का स्वाभाव रखना
कुदरत की ही निशानी है
मानवता के हित में
जीवन बस एक कहानी है
जीवन बस एक कहानी है

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